शनि अमावस्या के दिन श्री शनिदेव की आराधना करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंती हैं। इस वर्ष 4 मई 2019 को शनिवार के दिन शनि अमावस्या मनाई जाएगी
अमावस्या पर करें पितर देवताओं के लिए तर्पण और किसी पवित्र नदी में करें स्नान जब किसी एक राशि में सूर्य और चंद्र साथ होते हैं, तब अमावस्या तिथि रहती है
Shani Amavasya 2019: अगर आप भी शनिदेव की कृपा पाना चाह रहे हैं तो ध्यान से शनि अमावस्या के दिन इन उपायों में से कुछ एक कर लें तो भी आपकी किस्मत चमक जाएगी।
मित्रो, बड़ी प्रसन्नता की बात है कि आप लोग जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर कुछ विचार सुनने और जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान के उपाय जानने के लिए यहां एकत्र हुए हैं
3 जून, 2019 के दिन ज्येष्ठ अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाएगी. इस दिन शनि देव की विशेष पूजा का विधान है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए अनेक मंत्रों व स्तोत्रों का गुणगान किया जाता है
पवित्र नदी के जल से या नदी में स्नान कर शनि देव का आवाहन और दर्शन करना चाहिए. शनिदेव का पर नीले पुष्प, बेल पत्र, अक्षत अर्पण करें.
अमावस्या का विशेष महत्व है और अमावस्या अगर शनिवार के दिन पड़े तो इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है. शनिदेव को अमावस्या अधिक प्रिय है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जीवन के समस्त संकटों का समाधान पाने के लिए शनिश्चरी अमावस्या का दिन विशेष महत्व रखता है।
इस बार शुक्रवार 19 अप्रैल को हनुमान जयंती पूरे देश भार में मनाई जाएगी। हनुमान जयंती पर बंजरंग बली की पूजा से जहां सभी प्रकार के भय और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
शनि अमावस्या को न्याय के देवता शनिदेव सभी को अभय प्रदान करते हैं। ऐसा शास्त्रों में उल्लेख किया गया है। सनातन संस्कृति में अमावस्या का विशेष महत्व है
आगामी 4 मई को देवाधिदेव शनिदेव की आराधना का पावन शनि अमावस्या महोत्सव श्री शनिधाम, असोला, फह्तेपुर बेरी, छत्तरपुर, नई दिल्ली में मनाया जायेगा।
आगामी 4 मई को देवाधिदेव शनिदेव की आराधना का पावन शनि अमावस्या महोत्सव श्री शनिधाम, असोला, फह्तेपुर बेरी, छत्तरपुर, नई दिल्ली में मनाया जायेगा।
राम नवमी जैसा कि नाम से ही ज्ञात है कि राम नवमी का संबंध भगवान विष्णु के अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम से है।
6 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हुई थी। जिसका समापन को लेकर थोड़ा सा असंजस पैदा हो रहा है। कोई कह रहा है कि 13 को रामनवमी है